Sawan 2023: सोमवार पर जलाभिषेक से जीवन में आती है खुशियां
आज सावन का पहला सोमवार है, सावन का महीना शिव जी को समर्पित होता है। तो आइए इस पवित्र अवसर पर हम आपको सावन के सोमवार का महत्व तथा पूजा विधि के बारे में बताते हैं।
अधिकमास के बारे में जानें
हिन्दू पंचांग के अनुसार अधिकमास हर तीसरे वर्ष के बाद होता है। इसे मलमास या पुरूषोत्तम मास भी कहा जाता है। जिस चंद्र मास में कोई सौर संक्रांति नहीं होती, उसे अधिक मास कहा जाता है। मलमास में शुभ मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। इस साल सावन के महीने में अधिक मास है। इससे पहले 2004 में सावन में अधिक मास पड़ा था। ऐसे में 19 साल बाद सावन में अधिकमास लगने से पूरे 2 महीने शिव की पूजा की जाएगी। इस साल सावन 59 दिनों का होगा. पंचांग के अनुसार 19 साल बाद सावन पर बेहद खास संयोग बन रहा है, जिससे पूरे महीने शिव और माता पार्वती दोनों की अपार कृपा मिलेगी.
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