आज की वास्तविक लग्जरी

Aug 14, 2023 - 08:02
 0  91
आज की वास्तविक लग्जरी
Follow:

आज की वास्तविक लग्जरी

लग्जरी का अर्थ हम विलासिता से लेते है । आदमी का स्वभाव ही अधिकाधिक आराम में रहना है। विलासिता (लग्जरी) आरामतलबी की सीमा है । इस परिवर्तनशील युग में भी समय अनुसार विलासिता का मापदंड भी परिवर्तित होता रहता है।बीसवीं सदी के शुरू में एक फोन या गाड़ी भी लग्जरी समझी जाती थी ।

तत्पश्चात समय आया जब कम्प्यूटर, मोबाइल ने अपने नीचे वह लग्ज़री की दरी खींच ली । तत्पश्चात क्रूज में जाना, पाँच सितारा होटलों में रहना-खाना, नये-नये गैजेट्स उपयोग में लेना आदि-आदि समझे जाने लगे लग्जरी।आज तो लग्जरी की परिभाषा एकदम भिन्न भाषा हो गई है ।

जीवन का समय सीमित है पर विलासिता की राहें अमित हैं ।जागृति हो हमारे में यह अति ज़रूरी है ।अन्यथा - शान्त , सुखद जीवन आदि से अमाप्य दूरी है । आज की वास्तविक लग्जरी शुद्ध खाना अपने किचन गार्डन में उगाये गए ऑर्गनिक खाद्य पदार्थ ताजा-ताजा हैं । हम देखते है बाजार में जो सब्जी मिलती है वह भी कितनी बार हमको अशुद्ध दिखती है । टीन बंद पैक खाद्य पदार्थ शुद्ध नहीं है बल्कि ताजा पकाया हुआ खाना शुद्ध होता है ।

माँ - बाप बच्चों को ज़माने के हिसाब से ही हर तरीक़े से होशियार करते हैं और बच्चे बड़े होकर उनके साथ ही ज़माने का व्यवहार करते हैं । ज़माने भर में आधुनिकता का दबाव व प्रतिस्पर्धा का प्रभाव देखने को मिल रहा है । ज्यादा से ज्यादा आमदनी की मानव की चाह अनचाहें रास्ते की और ले जाता है । मानवीय मूल्यों का जहाँ सम्मान है ।वहाँ व्यक्ति हमेशा धनवान होगा ।पदार्थ परक चेतना का जहां विकास हो वह व्यक्ति दिखने में भले ही दिखे सम्पन्न पर सही में आंतरिक प्रसन्नता का हमेशा ह्रास होता रहेगा ।

विवेक सम्पन्न व्यक्ति ही सर्व सम्पन्न हैं । आज बड़े बुजुर्गों की प्रेम और आदर से देखभाल करने वाली संतान का होना दुर्लभ लग्ज़री मानी जाती है । प्रदूषण रहित जगह पर निवास होना सुयोग दोस्तों के साथ मिलना जिनके साथ घड़ी दो घड़ी मोहल्ले के पार्क में बैठकर गपशप करना आदि - आदि ये सब आज दुर्लभ हो गए हैं जो है वास्तविक लग्जरी सब। प्रदीप छाजेड़ ( बोरावड़ )

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow